1.
ना ये जग तेरा,
ना ये जग मेरा,
जब तक कोई समझ पाए,
तब तक कलेश पूरा॥
Team is like an orchestra; it is incomplete even if one chorus is missing.
तुम साथ नही हो मेरे,
पर तुम्हारी हर
बात याद है,
मेरी मंजिल पाने के लम्बे रास्ते में,
तुम्हारा हर फूल
और साथ याद है,
मैं आज वहा पहुँच
गया,
मेरी जीत का हकदार
सिर्फ तुम्हारा प्यार है॥
1.
कुछ तेरे पल कुछ मेरे पल,
ईन पलो मे सिमटी हैं जिंदगी,
कभी तू ना समझी, कभी में ना समझा,
यू ही कट गई हम दोनों की जिंदगी ॥